अगर देश ऐसे ही चलता रहा तो
वो दिन दूर नही कि देश की जनता नमो का नामोनिशान मिटा देगी।
- शेयर मार्केट जमीन पर धूल चाट रहा।
- महंगाई आसमान छुुने को बेताब है।
- दवाइया गरीबो की पहुच से दूर हो गई।
- बेरोजगारी 2 के पहाड़े की तरह दिन दुगनी रात चौगनी हो रही।
- भरष्टाचार हेमा मालनी की गोद में बैठ गया।
- अच्छे दिन अमित शाह के सर के बालो की तरह गायब हो गए।
- गो हत्या और दंगे शहर से गाँव गाँव पहुँच गए।
- धारा 370 मेहबूब के पर्स में हिचकोले ले रहा।
- स्म्रति ईरानी को छोड़ बाकी देश की महिलाए असुरक्षित है।
- कालाधन के 15 लाख रूपये रामदेव को छोड़ , अब तक किसी के खाते में नही आये।
अब 2 साल पुरे होने को हे, अब जनता का सब्र जवाब दे रहा है। आखिर कब तक मोदी सरकार अपनी नाकमियाबियो और झूठे वादों का ठीकरा कांग्रेस और गांधी परिवार के माथे फोड़ेगी?
बहानेबाजी और हवाबाजी बन्द करो, अब काम करके दिखा दो। आखिर कब तक अंधभक्त मोदी सरकार की लीपापोती कर गुणगान करते रहेंगे।
अब सही सिद्ध हो गयी बुजुर्गो की कहावत-
जो गरजते हो वो कभी बरसते नही।...
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