शुक्रवार, 17 जून 2016

आप अभी भी पुरातन काल में जी रहे हो ..

मकान पर टंगी मिर्च और नींबू,,,,

घर पर टंगा मुखौटा,,,,,

बच्चे के मुंह पर लगा नजर का टीका,,,,,,,

गाड़ी के पीछे टंगी जूतियाँ,,,,,,

और

बुरी नजर वाले तेरा मुँह काला,,,,

जैसे लिखे वाक्य ये दर्शाते हैं कि
अभी आप मानसिक रूप से कमजोर हो।

आप अपने अन्दर से ही भयभीत हो।

जो आपने देखा ही नही उससे डरे हुए हो।

आप अपनी नाकामयाबी के लिए
दूसरे को जिम्मेदार ठहराते हो।

आपका अपने कर्म से ज्यादा
भाग्य पर विश्वास है और आप
भाग्य के आगे हार मान चुके हो।

आप अपनी सफलता के लिए टोने
टोटके पर विश्वास करते हो।

आप किसी भी दुर्घटना को
दूसरे की बुरी नजर से जोड़कर
देखते हो।

आप अभी भी पुरातन काल में जी रहे हो .......

इसी को मानसिक गुलाम कहते हें।

हिन्दू धर्म का विचित्र इतिहास

हिन्दू धर्म का विचित्र इतिहास आप भी जाने
1- मंदोदरी " मेंढकी " से पैदा हुई थी !
2- " श्रंगी ऋषि " " हिरनी " से पैदा हुये थे !
3- " सीता" " मटकी" मे से पैदा हुई थी !
4- " गणेश " अपनी " माँ के मैल " से पैदा हुये थे !
5- " हनुमान " के पिता पवन " कान " से पैदा हुये थे !
6- हनुमान का पुत्र मकरध्वज था जो मगर के मुख से पैदा हुआ था !
7- मनु सूर्य के पुत्र थे उनको छींक आने पर एक लड़का नाक से पैदा हुआ था !
8- राजा दशरत की तीन रानियो के चार पुत्र जो फलो की खीर खाने से पैदा हुये थे
9- सूर्य कर्ण का पिता था। भला सूर्य सन्तान कैसे पैदा कर सकता है वो तो आग का गोला है !
" ब्रह्मा " ने तो 4 वर्ण यहां वहां से निकले हद है !!
" दलित " का बनाया हुआ " चमड़े का ढोल"
मंदिर में बजाने से मंदिर अपवित्र नहीं होता!
" दलित " मंदिर में चल जाय तो मंदिर " अपवित्र " हो जाता है।
उन्हें इस बात सेकोई मतलब नहीं की ढोल किस जानवर की चमड़ी से बना है।
उनके लिए मरे हुए जानवर की चमड़ी पवित्र है,
पर जिन्दा दलित अपवित्र....!!
" लानत है ऐसे धर्म पर" ....!!!
" मंज़िल वही " सोच नयी "
" बुद्धिजीवी " प्रकाश डाले !! दिमाग की बत्ती जलाओ अंधविश्वास भगाओ!!

दुबारा भारत के टुकड़े कराने में लगें हैं

जब कभी भी देश में या किसी प्रदेश में चुनाव की सुगबुगाहट होती है
तो भाजपा व इनके र्कणधारों को,धार्मिक व सांप्रदायिक उन्माद फैलाने की खुजली होने लगती है।
और आकलन करते हैं किस जाति या धर्म के लोगों को कहां किस से भिड़वाया जाए।
इस तरह करने के बाद फिर भले व हितैषी बनने की कोशिश करते हैं।
भोली भाली जनता इनकी बातों में आ जाती है।
अब इन्हें यू पी मे कैराना व शामली कस्बा नजर आ रहा है। यह भाजपा दुबारा भारत के टुकड़े कराने में लगें हैं।

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