सोमवार, 2 मई 2016

अहींसा, समानता की बाते करना मानसीक गुलामी है

पयगंबर के हाथ मे हथियार नही
ईसा (ईशु) के हाथ मे हथीयार नही
गुरु नानक के हाथ मे हथीयार नही
महावीर के हाथ मे हथियार नही
तथागत बुद्ध के हाथ मे हथियार नही
⚔मगर हीन्दु के 33 करोड देवी देवता 4 - 4 हाथ और वो भी हथीयार से भरे।
निषकर्स :
जो घर्म ने शांति, अहींसा, समानता, भाईचारे के लीए काम करता है, उसे हथीयार की जरुरत नहीं  होती।
⚔हथियार बंद धर्म मे रहे के, अहींसा, समानता की बाते करना मानसीक गुलामी है

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