मंगलवार, 16 फ़रवरी 2016

गोडसे के पुजारी

जो तिरंगा लेकर जेएनयू में डटे हैं इनकी मदर संस्था 26 जनवरी को काला दिवस मनाती रही है
नागपुर में भगवा झंडा लहराता रहा है और तिरंगे के निचे सर कभी झुका नहीं
ये आज प्रगतिशीलों को राष्ट्रवाद समझा रहे हैं
अंग्रेजों की मुखबिरी करने वाले लोग अब राष्ट्र वाद सीखा रहे है
वो कौन लोग है जो देश विरोधी नारे लगा रहे थे उन्हें शिनाख्त करके उन्हें फाँसी दी जाये
लेकिन किसी ऐसे व्यक्ति को फ़साना जो बीजेपी आरएसएस के एजेंडे की खिलाफत करता है वो अत्यंत दुखदायी है ।

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