मंगलवार, 31 मई 2016

मोदी ने आते ही जादू की छड़ी घुमाई

मोदी ने आते ही जादू की छड़ी घुमाई और सिर्फ 24 महीनो में भारत
को कहा से कहा पंहुचा दिया।
सच में मोदी तो भगवान हे । क्या नही किया इन 24 महीनो में मोदी ने।
मोदी के पहले 1947 से 13 मई 2014 तक कुछ भी नही था।हम बेलगाडी से यात्रा कर रहे थे उनके आते ही सायकल काअविष्कार हुवा, स्कूटर ,मोटर सायकल ,ऑटोरिक्शा,कार, बस, जीप ,ट्रक , रेल, हवाई जहाज़ , पानी का जहाज़ आदि परिवहन साधनो का अविष्कार हुवा।
कृषि में आत्म निर्भर हुवे, सेना का निर्माण हुवा, तोप ,मिसाइल, परमाणु बम , अंतरिक्ष स्टेशन बना, चाँद पर कदम रखा, मंगल गृह पर उपग्रह पंहुचा, मेडिकल कालेज, स्कुल, एम्स हॉस्पिटल, आईआईटी,आईआईएम खुले, नेशनल हाइवे ने ,पुरे देश में रेल की पटरियां बिछ गई ,बाँध बने ,सभी घरो में बिजली पहुची,नहरे बनी,कारखाने खुले ,बिजली घर बने,थर्मल पावर स्टेशन बने ,कम्प्यूटर का आविष्कार , मोबाईल का अविष्कार,टेलीफ़ोन रेडियो, टीवी का आविष्कार, इ रिक्शा, रोड रोलर, जेसीबी ,एयरकंडिशनर, पंखे ,कूलर, वाशिंग मशीन , फ्रीज़ ,
पुलो का निर्माण घडी ,गैस चूल्हा ,मिक्सर, जनरेटर LCD,LED टीवी, कैमरा, सेल्फ़ी लेने वाला मोबाईल, हीटर, गीजर , सड़के बनी,पेट्रोल पम्प खुले,अग्नि मिसाइल बनी,टीवी चैनल खुले,जासूसी करने की तकनीक का अविष्कार हुवा,
पाकिस्तान का विभाजन कर बांग्ला देश बना,पाकिस्तान से युद्ध जीता,सब को पीने के लिए शुद्ध पानी मिला,बेंको का राष्ट्रीयकरण हुवा,रियासतो का भारत में विलय हुवा।
क्या नही हुवा इन 24 महीनो में।
कृपया आप मोदी को बुरा मत बोलो । मोदी भगवान हे।आज मोदी नही होते तो हम पाषाण युग में होते।इतनी तरक्की तो किसी भी देश ने 24 महीनो में नही की है।
झूठबोल रहा हुँ, तो मुझे सजा दीजिये परन्तु मोदी को बुरा मत बोलो।कांग्रेस ने कुछ नही किया जो किया सिर्फ और सिर्फ मोदी ने किया है मोदी पुरुष नही है.....................महापुरुष है, देवता हे ।
मोदी का मन्दिर हर घर में होना चाहिए उनकी रोज़ पूजा आरती होना चाहिए। देश के विकास के लिए पत्नी तक का त्याग किया तब जा कर इन 24 महीनो में इतनी तरक्की की है ।।

नमो नमो प्रभु

:-अज्ञात

रविवार, 29 मई 2016

स्त्री तब तक 'चरित्रहीन' नहीं हो सकती. जब तक पुरुष चरित्रहीन न हो "

संन्यास लेने के बाद गौतम बुद्ध ने अनेक क्षेत्रों की यात्रा की.
एक बार वह एक गांव में गए। वहां एक स्त्री उनके
पास आई और बोली- आप तो कोई "राजकुमार" लगते हैं।
क्या मैं जान सकती हूं कि इस युवावस्था में गेरुआ वस्त्र पहनने का क्या कारण है ?
बुद्ध ने विनम्रतापूर्वक उत्तर दिया कि...
"तीन प्रश्नों" के हल ढूंढने के लिए उन्होंने संन्यास
लिया.....
बुद्ध ने कहा__हमारा यह शरीर जो युवा व आकर्षक है,पर जल्दी ही यह "वृद्ध" होगा, फिर "बीमार" और अंत में "मृत्यु" के मुंह में चला
जाएगा।
मुझे "वृद्धावस्था","बीमारी" व "मृत्यु" के कारण का ज्ञान प्राप्त करना है...
बुद्ध के विचारो से प्रभावित होकर उस स्त्री ने उन्हें भोजन के लिए आमंत्रित किया...
शीघ्र ही यह बात पूरे गांव में फैल गई। गांव वासी बुद्ध के पास आए व आग्रह किया कि वे इस स्त्री के घर भोजन करने न जाएं....!!!
क्योंकि वह "चरित्रहीन" है..
बुद्ध ने गांव के मुखिया से पूछा...??
क्या आप भी मानते हैं कि वह स्त्री चरित्रहीन है...??
मुखिया ने कहा कि मैं शपथ लेकर कहता हूं कि वह बुरे चरित्र वाली स्त्री है। आप उसके घर न जाएं।
बुद्ध ने मुखिया का दायां हाथ पकड़ा और उसे
ताली बजाने को कहा...
मुखिया ने कहा मैं एक हाथ से ताली नहीं बजा सकता...
"क्योंकि मेरा दूसरा हाथ आपने पकड़ा हुआ है"..!!!
बुद्ध बोले इसी प्रकार यह स्वयं चरित्रहीन कैसे हो सकती है...??
जब तक इस गांव के "पुरुष चरित्रहीन" न हों...!!!
अगर गांव के सभी पुरुष अच्छे होते तो यह औरत ऐसी न होती इसलिए इसके चरित्र के लिए यहां के पुरुष जिम्मेदार हैं....
यह सुनकर सभी "लज्जित" हो गए.....

लेकिन आजकल हमारे समाज के पुरूष "लज्जित" नही "गौर्वान्वित" महसूस करते है....
क्योकि यही हमारे "पुरूष प्रधान" समाज की
रीति एवं नीति है..॥
सकारात्मक सोचो सकारात्मक सोच से ही अपना और अपने घर
समाज देश का विकास होगा...

नमो बुद्धाय

शनिवार, 28 मई 2016

मुजे उस दिनका इंतेझार है जब जश्न सरकार नहीं, लेकीन जनता मनाये.

मराठवाडा पानीको रो रहा है...
बुंदेलखंड खानेको रो रहा है...
नशे से बर्बाद पंजाब रो रहा है...
व्यापमसे खुनसे तना मध्यप्रदेश रो रहा है..
किशान रो रहा है...
जन घनके खाली खाते रो रहै है...
मजदूर रो रहा है...
CBI देखके तोता भी रो रहा है...
नौकरीवाले PF को रो रहे है...
आरक्षणको मजबूर सवर्ण रो रहा है...
विध्यार्थी रो रहे है...
सोमालीया देखके ज्ञान रो रहा है....
लखटकीया शूट देख फटेहाल रो रहा है..
जंतर मंतर पे सैनिक रो रहे है...
स्वर्णकार रो रहे है...
आजादी रो रही है...
महेंगाइसे गृहिणी रो रही है...
फर्जी डिग्रीसे देशका सम्मान रो रहा है...
सरकारी शिक्षा रो रही है...
पडोशीसे रिश्तोपे विदेशनीति रो रही है..
लोकशाही रो रही है...
निहालचंदसे संसद रो रही है...
सरकारी आरोग्य रो रहा है...
असुरक्षासे महिला रो रही है...
छोटे उध्योगपति रो रहे है...
गंगा मैया रो रही है...
अल्पसंख्यक रो रहा है...
गाय माता रो रही है...
चिक्कीकांडसे बच्चोका निवाला रो रहा है..
दलित रोहितकी मां रो रही है...
फर्जी राष्ट्रवादसे भारतमां रो रही है....
दंगोसे त्रस्त जनता रो रही है...
बुद्धिजीवी रो रहे है...
आर्टीस्ट रो रहा है...
फिल्मकार रो रहा है...
राष्ट्रीय एवोर्ड विजेता रो रहा है...
कशमीरमें सेनाका सन्मान रो रहा है..
वैज्ञानिक रो रहा है...
इमानदार कीर्ती आजाद रो रहा है..
तेलकी मलाइ खाते देख नसीब रो रहा है..
शहिद जवानकी विधवा रो रही है...
जुठसे त्रस्त सच रो रहा है...
मिड डे मिलमें कीडे खाता बच्चा रो रहा है..
साहित्यकार रो रहा है....
इमानदार पत्रकारीता रो रही है...
लूडका सेन्सेक्स रो रहा है...
मंत्रीकी गुंडाइ से थर्राइ प्रजा रो रही है...
कश्मीरमें तिरंगा रो रहा है...
सहिष्णुता रो रही है...
घटता एक्सपोर्ट रो रहा है...
इमानदार अधिकारी रो रहा है...
आर्टीकल 370 रो रहा है...
बाबा साहेबका संविधान रो रहा है...
गुजरातका कुपोषीत बच्चा रो रहा है...
कर्जमें डूबी बेन्क रो रही है...
तोडा मरोडा इतिहास रो रहा है...
अयोध्यामें राम लल्ला रो रहा है...
RBIका गवर्नर रो रहा है...
सुप्रिम कोर्टका जज रो रहा है...
अन्नाका लोकपाल बिल रो रहा है...
विपक्षी राज्य सरकार रो रही है...
घटती नौकरीयां रो रही है...
गुजरातमें शराबीकी बीबी रो रही है...
नागरीकोका अधिकार रो रहा है...
लूडका रूपिया रो रहा है...
भाषण सूनके कान भी रो रहे है...
आम आदमीका सुख चैन रो रहा है...

सारे मालिक रो रहे है...

और चौकीदार हमारे पसीनेकी कमाइके 1000 करोड सिर्फ एक दिनमें खर्चके फूल पेज एडसे न्युज पेपर भरता है और बोलिवुडके ठुमको के साथ जश्न मना रहा है...

कीस बात का जश्न ?? पुर्ण बहुमतकी सरकार होनेके बावजुद एक भी चुनावी वादा 2 सालमें पुरे न करने का ?

मुजे उस दिनका इंतेझार है जब जश्न सरकार नहीं, लेकीन जनता मना पाये !

खैर, पहेलेके जमानेमें भी  राजा भी तो ऐसे ही राज्यकी चिंता छोडके जश्नमें डूबे रहेते थे !! तभी तो भारत देश बरबाद हुआ था !!

मेरा देश बदल रहा है...
हर कोइ रो रहा है...

मेरा देश बदल रहा है,

मेरा देश बदल रहा है,
चाय बेचने वाला जहाज से ही नहीं उतर रहा है•
मेरा देश बदल रहा है,
काला धन मांगने वाले का व्यवसाय चल रहा है•
मेरा देश बदल रहा है,
तड़ीपार के नक्शे कदम पर चल रहा है•
मेरा देश बदल रहा है,
12th फेल शिक्षामंत्री के इशारों पर देश का पढ़ा लिखा युवा तड़प रहा है•
मेरा देश बदल रहा है,
व्यापमं घोटले का गवाह मर रहा है•
मेरा देश बदल रहा है,
चीन देश की तरफ बढ़ रहा है•
मेरा देश बदल रहा है.
पाकिस्तान को बात - बात पर मिटा देने वाला - पाकिस्तान जा कर चरण वंदना कर रहा है
मेरा देश बदल रहा है
चीन को धमकी देने वाला अब चीनी के साथ झूला झूल रहा है
मेरा देश बदल रहा है
पाकिस्तान को धमकाने वाला अब पाकिस्तानी साड़ी का आशिक है
मेरा देश बदल रहा है
अब आधार कार्ड + GST + FDI  को देश की गद्दार योजना बताने वाला गद्दार अब इसे देशप्रेम बता रहा है |
मेरा देश बदल रहा है
अब लोकपाल मांगनेवाले राज्यपाल बन कर मजे ले रहे हैं
मेरा देश बदल रहा है
नकली डीग्री वाले देखो राजा बन कर बैठे हैं
मेरा देश बदल रहा है
७० - ८० वाली दाल अब  रो- रो कर २०० में खरीद रहे है
मेरा देश बदल रहा है
रेल में बच्चों के टिकट का पैसा ले कर भी उनको सीट नही देना होगा
मेरा देश बदल रहा है
महेबूबा मुफ्ती अगर ABVP पर प्रतिबंध लगाये - तो देशप्रेम कहलायेगा
मेरा देश बदल रहा है
व्यापम के ५० और झाबुआ के ९० हिन्दूओं के हत्यारों के शासन भी  रामराज कहलायेगा
मेरा देश बदल रहा है
झूठ और जुल्म के विरोधीओं को देशद्रोह में जेल में बंद किया जा रहा है
मेरा देश बदल रहा है
चड्डी गैंग अब देश वासियों को आपस में लडा रही है
मेरा देश बदल रहा है
सत्ता के खातिर अब देश को नफरत की चिता पर सुला रहा है
मेरा देश बदल रहा है
कुर्सी पर बैठा अब भगवान राम को भी ठग रहा है
मेरा देश बदल रहा है,

गुरुवार, 26 मई 2016

दो साल जनता बेहाल

केंद्र मे भाजपा नीत मोदी सरकार के आज दो वर्ष पूर्ण हो चुके हे...आपके सामने पेश हे इन दो वर्षो में देश व जनता के हित में सरकार में बेठे लोगो की मानसिकता के हिसाब लायी गयी महत्वकांक्षी योजनाये जो इस प्रकार हे...
1. लव जिहाद
2. घर वापसी
3. झाड़ू अभियान
4. दादरी कांड
5. रोहित वेमुला
6. नेशनल हेराल्ड
7. जे एन यू में कन्हैया
8. हिन्दूओ को 10 बच्चे पैदा करने की योजना
9. अगस्ता वेस्टलेंड
10. जीजा साला योजना
यह सारी योजनाये देश की जनता की सूझ बुझ से असफल हो गई...वर्ना आज भारत विश्वगुरु बन गया होता...इसके अलावा चुनावी सारे वादे....एक से बढ़कर एक जुमले हो गए हे...जेसे कालाधन, धारा 370, मंहगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, जनलोकपाल, आतंकवाद, पाकिस्तान को ईंट का जवाब पत्थर से देना, एक सर के बदले 10 सर लाना, गोमांस पर प्रतिबन्ध, सबका साथ सबका विकास, गंगा सफाई आदि अनेक जुमले... देश को मिले मोदी के श्री मुखारविंद से...कुल मिलाकर दो साल सिर्फ व्यर्थ के विवादों से, प्रचार प्रसार और बड़ी बड़ी डींगे हांककर जनता का ध्यान असल मुद्दों से हटाने में ही निकल गए....जय हिन्द

मोदी सरकार में देश के काले दिन

आज मोदी सरकार के पुरे दो साल
नारी पर बढ़ता अत्याचार
मरता गरीब किसान
दाल हुई मुर्गी से मंहगी
विदेशी दौरों नही कोई लाभ
भाजपा शासित प्रदेशो में महाघोटाले
15 लाख बना जुमला
काला धन का पता नही है
दाऊद से भाजपा नेताओ के संम्बध
पुरे भारत धर्म के नाम पर ज़हर उगलना
अंदानी और अंबानी के अच्छे दिन आना
माल्या को प्रेम पूर्वक विदेश भेजना
अनपढो को मंत्री बनाना
बलात्कारियो को उच्च पदो पर बिठाना
विधर्थियो पर लाठीचार्ज करना
बेगुनाहो को झूठे मुकदमो में फंसना
यात्राओ के नाम पर जनता का माल लुटाना
किसानो के कर्ज माफ़ नही करना।
नोकरिया नही देना
स्वरोजगार के के नाम पर जनता को झूट बोलना
किराया बढ़ाकर जनता के ऊपर बोझ डालना
बलात्कार और हत्याओ को बढ़ना
बीफ कारोबार में भारत का 1 नम्बर होना
नेपाल भूटान अफगान ईरान को जमकर माल लुटाना ।।

सौ :- नवेद शैख़ (इंडियन)

जब दो साल का जश्न मनाया जाए तो उसमें यह बताना चाहिए

गंगा कितनी साफ हुई?
आदर्श ग्राम योजना किस हालत में है?
बुलेट ट्रेन कहां तक पहुंची?
स्मार्ट सिटी की स्थिति क्या है?
विदेशों से कितना धन आया?
निर्यात लगातार क्यों घट रहा है?
रुपया क्यों रसातल में जा रहा है?
दो साल में कितनी जोब क्रिएट की ?
देश की अर्थव्यवस्था कुलांचे मार रही है या बकौल स्वामी रसातल में जा रही है?
अगर रसातल में जा रही है, तो इसकी जिम्मेदारी आरबीआई गवर्नर राजन की कैसे है?
यह भी जरूर बताएं कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें न्यूनतम स्तर पर होते हुए भी देश की जनता पूरी दुनिया के मुकाबले महंगा पेट्रोल-डीजल खरीदने पर मजबूर है?
सूखे से किस तरह निपटा गया?
किसान क्यों अपनी एक टन प्याज एक रुपये में बेचने के लिए मजबूर है?
जन-धन खाते, शौचालय और गैस सब्सिडी की बातें तो मोदी अपनी हर सभा में करते हैं, इसलिए इनका गुणगान करने की जरूरत नहीं है। लेकिन हां, यह जरूर बताना चाहिए जो जन धन खुले हैं, उनमें से कितने एक्टिव हैं?
गैस सब्सिडी छोड़ने के अभियान के विज्ञापन पर कितना पैसा खर्च किया गया?

सौ :- नवेद शैख़ (इंडियन)

शनिवार, 21 मई 2016

रामसेतू बनाने की क्या जरूरत पड़ी..??

रावण बिना किसी पुल के लंका से पंचवटी के जंगल जाकर सिता का हरण करके लंका ले गया,
जबकि राम को वहा से लंका जाने के लिए पुल बनाना पड़ा..
जब रावण को पुल की जरुरत नही पड़ी तो राम को क्यू .??
जबकी राम तो भगवान था भगवान तो कुछ भी कर सकता हे खैर..
अब अंधभक्त लोग कहेंगे की, रावण के पास पुष्पक विमान था,
तो फिर राम के पास भी तो उड़ने वाला हेलिकॉफ्टर बंदर (हनुमान) था, जो पहाड़ लेकर उड़ सकता था वो पहाड़ पर वानर सेना ओर भालू सेना को लेकर भी तो उड़ सकता था, फिर रामसेतू बनाने की क्या जरूरत पड़ी..??
मेंन्टोस की गोली खाओ दिमाग की बत्ती जलाओ.. अंधविश्वास भगाओ

बुद्ध पूर्णिमा बुद्ध से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य .

☸ बुद्ध पूर्णिमा ~ 21 मई 2016 पर विश्वगुरु तथागत बुद्ध से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य ...✍
•••••~•••••~•••••SABM•••••~•••••~
✔ 2579 वीं बुद्ध पूर्णिमा ~ 79 तथ्य ✔
•••••~•••••~•••••~•••••~•••••~•••••~
1) बौद्ध धम्म के संस्थापक ~ तथागत बुद्ध 
2) तथागत बुद्ध का जन्म ~ 563 ईसा पूर्व, बुद्ध (वैशाख) पूर्णिमा को कपिलवस्तु की लुम्बिनी नामक स्थान पर हुआ | 
3) बुद्ध किस वंश से थे-कोलिय-शाक्य वंश 
4) बुद्ध के पिता का नाम ~ शुद्धोधन 
5) बुद्ध की माता का नाम ~ महामाया (कोल़ी)
6) बुद्ध के बचपन का नाम ~ सिद्धार्थ 
7) सिद्धार्थ का पालन -पोषण किया था ~ प्रजापति गौतमी (सिद्धार्थ की मौसी)
8) बुद्ध के पिता राजा शुद्धोधन मुखिया थे ~ शाक्य गणराज्य के 
9) बुद्ध की माँ महामाया किस वंश से संबंधित थीं ~ कोलिय वंश 
10) बुद्ध की पत्नी का नाम ~ यशोधरा / गोपा / बिम्बा / भद्कच्छना (कोलिय वंश)
11) बुद्ध के पुत्र का नाम ~ राहुल 
12) बुद्ध ने किस अवस्था में गृह त्याग किया था ~ 29 वर्ष 
13) गृह त्याग की घटना क्या कहलाती है ~ महाभिनिष्क्रमण 
14) बुद्ध के घोड़े का नाम ~ कन्थक 
15) बुद्ध के सारथी का नाम ~ चन्ना (छन्दक)
16) सिद्धार्थ जब कपिलवस्तु की सैर पर निकले तो उन्होंने चार दृश्य क्या देखा था ~ • बूढ़ा व्यक्ति  • बीमार व्यक्ति  • शव  • संन्यासी
17) वे संन्यासी जिनसे गृहत्याग के बाद बुद्ध की मुलाकात हुई ~ आलार कालाम और रूद्रक रामपुत्त 
18) उरूवेला (बोधगया) में मिलने वाले पाँच साधको के नाम ~ कौंडिन्य, वप्प, भद्दिय, महानाम, अस्सागी 
19) ज्ञान प्राप्ति से पहले किसने बुद्ध को खीर खिलाया था ~ सुजाता 
20) 35 वर्ष की आयु में बुद्ध को ज्ञान प्राप्ति कहाँ पर हुई थी ~ बोधगया [ फल्गु (निरंजना) नदी के तट पर उरूवेला (बोधगया) नामक स्थान पर ]
21) जिस वृक्ष के नीचे बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ, कहलाता है ~ बोधिवृक्ष (पीपल)
22) बुद्ध ने प्रथम उपदेश कहाँ दिया ~ रिषिपत्तन (सारनाथ)
23) बुद्ध के प्रथम उपदेश को क्या कहा गया ~ धर्मचक्र प्रवर्तन 
24) बुद्ध ने अपने उपदेश किस भाषा में दिए ~ पालि भाषा (धम्म लिपि)
25) बुद्ध का अर्थ है ~ ज्ञान, जागा हुआ या ज्ञानी 
26) एशिया का ज्योतिपुंज (Light of Asia) किसे कहा जाता है ~ तथागत बुद्ध 
27) तथागत का अर्थ ~ सत्य है ज्ञान जिसका अर्थात बुद्ध 
28) वह दिन जिस दिन तथागत बुद्ध को जन्म,ज्ञान, परिनिवार्ण प्राप्त हुआ था ~ बुद्ध (वैशाख) पूर्णिमा 
29) वह स्थान जहाँ बुद्ध ने सर्वाधिक उपदेश दिया ~ श्रावस्ती( कोलिय गण क्षेत्र)
30) 80 वर्ष की अवस्था में बुद्ध की मृत्यु कहाँ पर हुई थी ~ कुशीनगर में 
31) बुद्ध की मृत्यु कब हुई थी ~ 483 ईसा पूर्व, बुद्ध (वैशाख) पूर्णिमा 
32) बुद्ध की मृत्यु की घटना क्या कहलाता है ~ महापरिनिर्वाण 
33) निर्वाण ~ तृष्णा के क्षीण होने की अवस्था को ही बुद्ध ने निर्वाण कहा है 
34) बौद्धों का पवित्र ग्रंथ ~ त्रिपिटक 
35) त्रिपिटक के भाग ~ 
  • सुत्तपिटक ~ बुद्ध के धार्मिक विचारों व उपदेशों का संग्रह (बौद्ध धम्म के सिद्धांत)
  • विनयपिटक ~ बौद्ध संघ के नियमों व अनुशासन की व्याख्या 
  • अभिधम्म पिटक ~ बौद्ध मतों की दार्शनिक व्याख्या (बौद्ध दर्शन)
36) पिटक शब्द का अर्थ ~ टोकरी, पेटी या पिटारा
37) सुत्त पिटक के निकाय ~ दीघ, मज्झिम, संयुक्त, अंगुत्तर, खुद्दक 
38) बुद्ध के जीवन के अंतिम क्षणों का वर्णन मिलता है ~ महापरिनिब्बानसूत्त (सबसे प्राचीन ग्रंथ)
39) चतुर्थ बौद्ध संगीति में बौद्ध धम्म दो भादों में बँट गया ~
  • हीनयान (थेरवाद) ~ जो बुद्ध के दिए हुए सिद्धांत व दर्शन को ज्यों का त्यों मानते हैं 
  • महायान ~ जो बुद्ध के दिए हुए सिद्धांत व दर्शन में परिवर्तन करके मानते हैं |
40) बौद्ध धम्म के त्रिरत्न ~ बुद्ध, धम्म, संघ
41) बुद्ध के अनुयायी शासक जो उनके समकालीन थे ~ बिम्बिसार, प्रसेनजित, उदयन
42) त्रिपिटक की भाषा है ~ पालि भाषा 
43) बौद्ध धम्म ग्रहण करने वाली प्रथम महिला ~ महाप्रजापति गौतमी (कोलिय वंश से)
44) वह स्थान जहाँ बुद्ध वर्षा के मौसम में प्रवास करते थे ~ बेलुवन और जेतवन 
45) जेतवन को किसने बुद्ध के लिए दान किया था ~ अनाथपिण्डक 
46) त्रिपिटक का वह भाग जिसका संकलन प्रथम बौद्ध संगीति में हुआ था ~ सुत्तपिटक और विनयपिटक 
47) बुद्ध का परिनिर्वाण किस गणराज्य में हुआ था ~ मल्ल गणराज्य 
48) बुद्ध की प्रथम मूर्ति बनाने का श्रेय किस कला को दिया जाता है ~ मथुरा कला 
49) सर्वाधिक बुद्ध मूर्तियों का निर्माण किस शैली में हुआ ~ गन्धार शैली 
50) धार्मिक जलूस का प्रारंभ सबसे पहले बौद्ध धम्म के द्वारा प्रारंभ किया गया 
51) दु:ख, दु:ख का कारण, दु:ख निरोध, एवं दु:ख निरोध के मार्ग को बुद्ध ने कहा है ~ चार आर्य सत्य 
52) बौद्ध धम्म को भारत में किस शासक ने अंतिम संरक्षण दिया ~ बंगाल के पाल वंश के शासकों ने 
53) बुद्ध ने उपदेश दिया ~ मध्यम मार्ग 
54) बौद्ध धम्म के अनुसार महापरिनिर्वाण संभव है ~ मृत्यु के बाद | जबकि निर्वाण प्राप्त हो सकता है ~ जीवन काल में ही 
55) कौन सा धर्म आत्मा और ईश्वर के अस्तित्व को स्वीकार नही करता ~ बौद्ध धम्म 
56) बौद्ध धम्म के लिए 84 हजार स्तूपों का निर्माता कहा जाता है ~ सम्राट अशोक महान को 
57) कर्मकांड व पशुबलि का विरोध किया था ~ बुद्ध ने 
58) सम्यक दृष्टि, सम्यक वाणी, सम्यक संकल्प, सम्यक कर्म, सम्यक आजीव, सम्यक व्यायाम, सम्यक स्मृति, सम्यक समाधि ... को बुद्ध ने कहा है ~ अष्टांगिक मार्ग 
59) बुद्ध ने संघ मे स्त्रियों को प्रवेश की अनुमति दी थी ~ प्रिय शिष्य आनंद के आग्रह पर
60) सम्राट अशोक द्वारा बनवाया हुआ रूम्मिनदेई स्तंभ बुद्ध के संदर्भ में किसका सूचक है ~ बुद्ध के जन्म का 
61) गौतम बुद्ध द्वारा भिक्षुणी संघ की स्थापना कहाँ की गई ~ कपिलवस्तु में 
62) बुद्ध के जीवन काल में ही कौन संघ प्रमुख होना चाहता था ~ देवदत्त 
63) कुख्यात डाकू अंगुलिमाल को बुद्ध ने कैसे परास्त किया ~ बातों के प्रभाव से 
64) "बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय" किसने कहा था ~ तथागत बुद्ध ने 
65) भारत में सबसे पहले मानव प्रतिमाओं को पूजा गया वह थी ~ बुद्ध की प्रतिमा 
66) प्राचीन विश्व प्रसिद्ध बौद्ध शिक्षा केन्द्र ~ नालन्दा, तक्षशिला, विक्रमशिला 
67) धातु के बने सिक्के सबसे पहले प्रकट हुए थे ~ बुद्ध काल में 
68) बुद्ध के उपदेशों का सार एवं सम्पूर्ण शिक्षाओं का आधार स्तंभ है ~ प्रतीत्य समुत्पाद 
69) अर्हत का अर्थ ~ जो व्यक्ति अपनी साधना से निर्वाण प्राप्त करते हैं 
70) बुद्ध ने कभी भी अपने मत को बलात थोपने का प्रयास नहीं किया | वे कहा करते थे कि यदि उनकी शिक्षाएँ अच्छी और तर्कसंगत लगे तभी उन्हें ग्रहण किया जाए |
71) बौद्ध संगीतियाँ ~ 
  • प्रथम ~ 483 ईसा पूर्व -- राजगृह (स्थान) -- बिम्बिसार (शासक) -- महाकस्सप (अध्यक्ष)
  • द्वितीय ~ 383 ईसा पूर्व -- वैशाली (स्थान) -- कालाशोक (शासक) -- साबाकामी (अध्यक्ष)
  • तृतीय ~ 251 ईसा पूर्व --  पाटलिपुत्र (स्थान) -- सम्राट अशोक (शासक) -- मोग्गलिपुत्त तिस्स (अध्यक्ष)
  • चतुर्थ ~ 72 ईसा पूर्व -- कुण्डलवन (सथान) -- कनिष्क (शासक) -- वसुमित्र (अध्यक्ष)
72) बुद्ध से जुड़े आठ स्थान जिन्हें बौद्ध ग्रंथों में "अष्टमहास्थान" कहा गया है ~ लुम्बिनी, बोधगया, सारनाथ, कुशीनगर, श्रावस्ती, संकिसा, राजगृह तथा वैशाली 
73) बुद्ध के जीवन की चार महत्वपूर्ण घटना और उनसे सम्बद्ध चार स्थान ~  
  • जन्म ~ लुम्बिनी (कोलिय गण क्षेत्र)
  • ज्ञान प्राप्ति ~ बोधगया 
  • प्रथम उपदेश ~ सारनाथ 
  • परिनिर्वाण (मृत्यु) ~ कुशीनगर 
74) तथागत बुद्ध की मृत्यु चुन्द द्वारा अर्पित भोजन "सूकरमद्दव" (जमीकन्द) खाने के बाद हुआ | कुछ विद्वानों ने सूकरमद्दव का अर्थ सूअर का मांस निकाला है, किंतु यह तर्कसंगत नहीं है | वस्तुतः यह एक वनस्पति / कवक थी जो जमीन के कन्द (जमीकन्द) था।
पालि भाषा में ऐसे कई शब्द हैं जिनका प्रथम अवयव सूअर है, जैसे ~ सूकरकन्द (शकरकन्द), सूकर -पदिक (सूअर का पैर), सूकरेष्ट (सुअरों द्वारा इच्छित) | 
75) बुद्ध के लिए प्रयुक्त अन्य शब्द और नाम ~ विश्वगुरु, तथागत, शाक्यमुनि, शाक्य -सिंह,कोलिय-सिंह, शाक्य शिरोमणि, गौतम 
76) बुद्ध के जीवन से संबंधित बौद्ध धम्म के प्रतीक चिह्न ~
  • जन्म ~ हाथी, कमल, सांढ 
  • गृह त्याग ~ घोड़ा 
  • ज्ञान प्राप्ति ~ बोधिवृक्ष (पीपल)
  • निर्वाण ~ पदचिह्न 
  • महापरिनिर्वाण (मृत्यु) ~ स्तूप 
77) भारत मूलत: बौद्ध राष्ट्र है | बौद्ध धम्म, हिंदू धर्म का अंग नहीं है बल्कि इसका स्वतंत्र व पृथक अस्तित्व है | ऐतिहासिक साक्ष्यों के अनुसार तथागत बुद्ध सहित अब तक के 28 बुद्धों के नाम बौद्ध ग्रंथों त्रिपिटक, बुद्ध वंश, जातक में उल्लिखित हैं | जो निम्नवत हैं ~
  • तनहंकर, मेधांकर, शरणंकर, दीपंकर, कौंडिन्य मंगल, सुमन, रेवत, शोभित, अनोमदस्सी, पदुम नारद, पदमुत्तर, सुमेध, सुजात, प्रियदर्शी, अर्थदर्शी, धम्मदर्शी, सिद्धार्थ, तिस्स, फुस्स, विपस्सी, सिखी, वैशब्भू, ककुसन्ध, कोणागमन, कस्यप, तथागत बुद्ध |
  • इस प्रकार तथागत बुद्ध 28 वें बुद्ध हैं |
भारत में आर्यों (हिंदू) का आगमन ~ 1500 ईसा पूर्व में मध्य एशियाई देशों से हुआ | रिग्वैदिक सभ्यता का काल ~ 1500 -1000 ईसा पूर्व |
  • सैंधव सभ्यता के जो अवशेष मिले हैं वे इस बात का संकेत करते हैं कि यह सभ्यता "बौद्ध विचारधारा" पर आधारित सभ्यता थी | जिसका काल 2500 ईसा पूर्व है | जिसे भारत की सबसे प्राचीन सभ्यता कहा जाता है | जो रिग्वैदिक व वैदिक सभ्यता से भी प्राचीन है | हिंदू धर्म से हजारों साल प्राचीन है |
  • इससे सिद्ध होता है कि बौद्ध धम्म ही भारत का मूल धर्म है अर्थात भारत के मूलनिवासियों का धर्म, बौद्ध धम्म ही रहा है | 
78) बौद्ध धम्म के प्रतीक ~
  • 563, नमो बुद्धाय , पंचशील ध्वज 
  • चार आर्य सत्य का चिह्न, तथागत बुद्ध का हाथ 
  • कमल, पदचिह्न, स्तूप, बोधिवृक्ष (पीपल का पेड़)
  • हाथी, घोड़ा, शेर, हिरण, सांढ़, मोर, बाघ 
  • 32 तिल्लियों वाला चक्र, 24 तिल्लियों वाला चक्र, 8 तिल्लियों वाला चक्र 
  • सम्राट अशोक स्तंभ (4 शेर वाला), सिंह स्तंभ, अश्व (घोड़ा) स्तंभ, सांढ़ स्तंभ, हाथी स्तंभ 
79) भारत ने अपने राज्य चिह्न के रूप में बौद्ध प्रतीकों को ही ग्रहण किया है | जिसके कारण वह शांति व सह अस्तित्व का पोषक बना हुआ है |
••••••••••••••••नमो बुद्धाय••••••••••••••••
बुद्ध पूर्णिमा / वैशाख पूर्णिमा ~
  • इसी दिन लुम्बिनी में भगवान बुद्ध का जन्म  हुआ था |
  • इसी दिन बोधगया में बोधिवृक्ष के नीचे भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्ति हुई थी |
  • इसी दिन कुशीनगर में भगवान बुद्ध का परिनिर्वाण हुआ था | 
अत: बुद्ध पूर्णिमा का दिन सबके लिए बहुत ही पवित्र है | इस दिन लोगों को अपने -अपने घरों में दीपावली की तरह दीप जलाकर पूरे भारत को प्रकाशित करने का संदेश देना चाहिए | क्योंकि इस दिन उस महान महापुरूष "विश्वगुरु तथागत बुद्ध" का जन्म हुआ था जिसके ज्ञान के प्रकाश से भारत ही नहीं अपितु पूरा विश्व आज भी प्रकाशित है और हमेशा रहेगा |
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सभी देशवासियों को बुद्ध पूर्णिमा की हार्दिक  धम्मकामनाएँ, मंगलकामनाएँ, नमो बुद्धाय
०००Happy Buddha Purnima०००
~संकलित अंश चित्रप्रभा त्रिसरण से

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